हिमालय पर्वत में पक्षियों का एक झुण्ड रहता था। उनके वहां रहते समय चण्ड स्वभाव की एक चिड़िया राजमार्ग में जाकर पड़ी रहती वहां उसे गाड़ियों से गिरे हुए धान, मूंग आदि के दाने खाने को मिलते। उन्हें पाकर वह सोचती कि अब ऐसा उपाय करूं,...........<br />(स्रोत: अनुसासिक जातक -115)<br /><br />#buddha #buddhahindi #buddhateachings #buddhism #buddhastory #tripitaka #nameless #jatakkatha #anusasikjatakkatha #jatakkatha115